रक्षाबंधन पर्व भाई-बहन का एक पवित्र त्योहार है। रक्षाबन्धन भारतवर्ष में काफी ज्यादा लोकप्रिय पर्व है। इस त्योहार को ज्यादातर हिंन्दू एवं जैन धर्म के लोग बहुत अधिक मानाते है। रक्षाबंधन को अनेक नमो से जाना है जैसे राखी, श्रावणी आदी। रक्षाबंधन के त्योहार को हर साल सावन महीने (श्रावण मास) के पूर्णिमा को मनाया जाता है। रक्षा बंधन के पर्व को पौराणिक काल से आज तक मनाया जा रहा है। रक्षाबंधन के दिन बहने अपने भाई के दाहिने हाथ के कलाई पर रक्षासूत्र बांधती है और भाई के दीर्घ आयु की कामना करती है।
रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत कब हुई:-
ऐसा सुनने में आता है कि रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत हजारो साल पहले हुई थी। मान्यताओं के अनुसार जिस समय भगवान (देव) एवं दानवों के बीच युद्ध हुआ था तब दानवों के विजय होने की सम्भावना लग रही थी उसी समय इंद्रा की पत्नी ने अपने पति के दाहिने हाथ के कलाई पर रेशम की धागा बांधी और अपने पति के लम्बी उम्र एवं विजय (जीत) की कामना की , फलस्वरूप देवताओं की जीत (विजय) हुई।
तब से हर वर्ष रक्षाबंधन पर्व मनाया जा रहा है।
रक्षासूत्र कब बांधे :-
सभी बहनो को ध्यान रखना चाहिए कि वे भद्रा काल मे राखी ( रक्षासूत्र) कभी नही बांधे। रक्षासूत्र को पंचाग में दिए शुभ मुहूर्त में ही अपने भाई के दाएं हाथ के कलाई पर बांधे।
रक्षासूत्र बांधने की विधि :-
रक्षासूत्र को बांधने की अनेक परम्परा है। आज मैं रक्षासूत्र बांधने की साधारण विधि बता रहा हूँ । रक्षाबन्धन के दिन (प्रत्येक वर्ष सावन मास के पूर्णिमा के दिन) बहन नहाने के बाद पूजा-पाठ करती है उसके बाद पूजा की थाली सजाती है,पूजा की थाली में विशेष रूप से कच्चे धागे से बने रक्षासूत्र, चन्दन/हल्दी,फूल,मिठाई आदि होती है। रक्षासूत्र बांधने से पूर्व बहने भाइयो को शुभ दिशा में खड़ा/बैठा देती है फिर भाइयो की आरती उतारती है उसके बाद तिलक लगाती हैं फिर भाई के दाहिने हाथ के कलाई पर राखी (रक्षासूत्र) बाँधती है। तथा भाई के लम्बी उम्र की कामना करती है,उसके बाद भाई का मुंह मीठा कराती है। उसके बाद भाई अपने बहन को कुछ उपहार देता है। तथा जिंदिगी भर बहन की रक्षा करने का संकल्प लेता है।
रक्षाबन्धन पर क्या ध्यान देना होता है:-
(1) कच्चे धागे से बने रक्षासूत्र का ही प्रयोग करे।
(2) प्लास्टिक से बने रखी (रक्षासूत्र) का उपयोग न करे।
(3) नकली (केमिकल वाली) मिठाई खरीदने से बचे तथा मिठाई की जाँच करने के बाद ही सही मिठाई खरीदे।
(4) शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधे।
(5) शुभ दिशा में राखी बांधे।
रक्षाबंधन कब है 2020
Raksha Bandhan 2020 date :
भारत मे रक्षाबन्धन इस वर्ष अगस्त महीने के 3 तारीख को मनाया जाएगा। विशेष बात यह है कि इसी दिन सावन महीने की अंतिम सोमवारी ( श्रावण मास का अंतिम सोमवार) हैं। जैसा की आप सभी जानते है रक्षाबंधन (राखी) सावन महीने के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है , इस साल बहुत वर्षो बाद इतना शुभ संयोग बन रहा है। इस बार अच्छे ग्रहो-नक्षत्रों का संयोग है।आइये अब जाने रक्षासूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त कब है?
वर्ष2020 में रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त निम्नलिखित है:-
सुबह - 09:35 से 01:25 दोपहर तक।
दोपहर- 01:55 से 04:20 शाम तक।
शाम- 07:35 से 09:00 रात्रि तक।
(नोट ऊपर लिखित शुभ मुहूर्त सम्भावित मुहूर्त है,ज्यादा जानकारी के लिए पंचांग देखे या किसी विद्वान पंडित से सम्पर्क करें।)
Raksha Bandhan 2020 कैसे मनाये :-
जैसा कि आप सभी को ज्ञात है आज वर्तमान समय मे पूरे विश्व मे कोरोना वायरस के कारण सभी लोग बहुत परेशान है। इस दुःख की घड़ी में सबों को जागरूक रहने एवं कोरोना से बचाव की हर सम्भव प्रयास करना चाहिए। जब कोई ज्यादा जरूरी काम हो तो भारत सरकार द्वारा दिये गए निर्देश का पालन करते हुए ही घर से बाहर निकले । अपने मुंह पर मास्क लगाए,हाथ सेनिजाइजर करे, दो मीटर की डिस्टेंस का पालन करे आदि इस प्रकार की सभी नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।
मेरा अपना विचार है कि वर्ष 2020 में आप पूरी सावधानी बरतने के बाद रक्षासूत्र बंधवाए। कोसिस कीजिये कि मिठाई एवं रक्षासूत्र घर पर ही बना ले ताकि किसी प्रकार के संक्रमण (कोरोना संक्रमण) का खतरा नही रहे। जो माताए बहने अपने भाइयों से ज्यादा दूर है वे रक्षासूत्र ऑनलाइन (ऑनलाइन आर्डर पूरी तरह सुरक्षित को तब) भेज दे और अपने भाई के लम्बी उम्र के लिए पूजा करे तथा वीडियो कॉल के माध्यम से भाई-बहन का हाल - समाचार जरूर पूछे।
(मेरा यह आर्टीकल पसंद आया हो तो कृपया शेयर जरूर करे। धन्यवाद, जय हिंद, जय भारत )
इन्हें भी देखें:-
इंटर पास छात्र-छात्राओं के लिए बम्पर भर्ती -Click here
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